राजस्थान की झीले –
पानी की प्रकृति के अनुसार जिलों को दो भागों में विभक्त किया गया है –
A मीठे पानी की झीले
B खारे पानी की झीले
A मीठे पानी की झीले-
(1) पिछोला झील –
यह झील उदयपुर जिले में स्थित है इस झील का निर्माण राणा लाखा के समय एक बंजारे द्वारा 1388 ईस्वी में करवाया गया था इस झील में बूझड़ा व सीसाराम नदीयो का पानी आता है ।
झील की विशेषताएं –
●पिछोला झील के किनारे पर नटनी का चबूतरा स्थित है ।
●इस झील के किनारे जग मंदिर महल स्थित है जिसका निर्माण जगत सिंह प्रथम द्वारा करवाया गया था इसी झील के किनारे जग निवास महल स्थित है जिसका निर्माण जगत सिंह द्वितीय द्वारा करवाया गया है वर्तमान में यह दोनों महलों को लेक पैलेस होटल के रूप में प्रसिद्ध है ।
●शाहजहां ने अपने विद्रोह काल में इसी झील के जग मंदिर महल में शरण ली थी।
● इस झील का अतिरिक्त पानी फतेहसागर झील में जाता है इन झील को जोड़ने वाला लिंक या चैनल स्वरूप सागर कहलाता है।
जयसमंद झील
•यह यह झील उदयपुर जिले में स्थित है
•इस झील को ढेबर झील के नाम से भी जाना जाता है
•इस झील का निर्माण महाराणा जय सिंह के द्वारा 1685 से 1691 ईसवी के मध्य करवाया गया ।
• इस को गोमती नदी के पानी को रोक कर बनाया गया है
•इस झील में 7 टापू स्थित है इन टापूओ पर भील मीणा जनजाति निवास करती है इन टापू में सबसे बड़े टापू का नाम बाबा का भांगड़ा तथा सबसे छोटे टप्पू का नाम प्यारी है
•इस झील में जलीय जीवों की संख्या अधिक होने के कारण इस झील को जलचरो की बस्ती के नाम से भी जाना जाता है
•इस झील को राजस्थान के 26वे अभ्यारण मे शामिल किया गया है
• इस झिल से दो नहर निकलती है- श्यामपुरा नहर व भांट नहर
फतेहसागर झील
यह झील उदयपुर जिले में स्थित है ।
•इस झील को ड्यूक ऑफ कनोट डैम के नाम से भी जाना जाता है।
•इस झील का निर्माण महाराणा जय सिंह के द्वारा 1688 ईस्वी में करवाया गया तथा पुनःनिर्माण महाराणा फतेह सिंह द्वारा 1888 ईस्वी मे करवाया गया था ।
•इस इस झील में सीसाराम व बुझडा नदी का पानी आता है।
●झील की विशेषताएं –
•इस झील पर नेहरू उद्यान स्थित है।
•इस झील में एक सौर वैधशाला स्थित है ।
•इस झील में सबसे बड़ा टेलिस्कोप स्थित है ।
•इस झील के किनारे वर्चुअल फिश एम्वेरियम स्थापित किया गया है।
उदयसागर झील
•यह झील उदयपुर जिले में स्थित है
•इस झील का निर्माण महाराणा उदय सिंह के द्वारा 1559 से 1564 ईसवी के मध्य करवाया गया है
•इस झील में आयड नदी का पानी आता है तथा इस झील में आयड नदी गिरने के बाद बेडच नदी के नाम से जानी जाती है
स्वरूप सागर झील
•यह जिले उदयपुर जिले में स्थित एक मीठे पानी की झील है
•इस झील का निर्माण पिछोला झील और फतेह सागर झील के अतिरिक्त पानी से हुआ है
•इस झील को रंग सागर के नाम से भी जाना जाता है
● जाना सागर झील-
•यह झील उदयपुर जिले में स्थित एक मीठे पानी की झील है
राजसमंद झील
•यह जी राजसमंद जिले में स्थित एक मीठे पानी की झील है
•इस झील का निर्माण महाराणा राजसिंह के द्वारा 1662 ईस्वी में करवाया गया
•इस झील में गोमती नदी का पानी आता है
•झील की विशेषताएं –
•यह झील अकाल राहत के लिए बनाई गई देश के प्रथम झील है
• इस जेल के निर्माण में सर्वाधिक लोगों का योगदान रहा है लगभग 60,000
•राजसमंद झील के उत्तरी भाग को नौ चौकी पाल कहा जाता है
•झील के किनारे 25 संगमरमर के शिलालेखों पर राज प्रशस्ति लिखी गई है
• इस झील के किनारे द्वारकाधीश मंदिर और घेवर माता का मंदिर स्थित है
• इस झील के किनारे सूर्य घड़ी के अवशेष प्राप्त हुए हैं
नक्की झील
• यह झील माउंट आबू सिरोही में स्थित एक मीठे पानी की झील है •यह झील एक क्रेटर/काॅल्डेरा झील है( जो झील ज्वालामुखी से निर्मित होती है उन्हें काॅल्डेरा झिले कहते हैं)
•लोक कहावतो के अनुसार इस झील को नाखूनों के द्वारा खोदकर बनाया गया है
●विशेषताएं
• यह झील राजस्थान की सबसे ऊंची(1200मी.) व सबसे गहरी झील (35 मी.)है
•यह झील राजस्थान की सबसे ठंडी झील है
•इस झील के किनारे विशेष प्रकार की चट्टानों स्थित है जैसे टाॅड रॉक, रन राॅक,नंदी राॅक, हाॅर्न राॅक।
•गरासिया जनजाति द्वारा अस्थियों का विसर्जन इसी झील भारत की नदियाँ के रूप में किया जाता है
•इस झील का सनसेट पॉइंट प्रसिद्ध है
•इस झील के किनारे भारत माता का मंदिर स्थित है
• इस झील को राष्ट्रीय झील संरक्षण योजना में वर्ष 2016 में शामिल किया गया है
आना सागर झील
•यह झील अजमेर जिले में स्थित एक मीठे पानी की झील है
•इस झील का निर्माण अर्णोराज द्वारा 1136-37 ईस्वी में करवाया गया
•इस झील में नागपहाड़ी से निकलने वाली बांडी नदी का पानी आता है
• इस झील के किनारे दौलत बाग /सुभाष उद्यान स्थित है जिसका निर्माण जहांगीर के द्वारा करवाया गया
•इस झील के किनारे 5 बारहदरी स्थित है जिनका निर्माण शाहजहाँ द्वारा करवाया गया
● फाॅयसागर झील-
• यह झील अजमेर जिले में स्थित एक मीठे पानी की झील है
• इस झील का निर्माण इंजीनियर फाॅय के द्वारा 1891-92 ईस्वी मे करवाया गया
•आना सागर झील का अतिरिक्त पानी फायसागर झील में आता है
•राजसमंद झील के बाद इसे दूसरी अकाल राहत झील माना जाता है